Milk Price Hike update: देशभर में आम लोगों के लिए आज से महंगाई का एक और झटका लगा है। 23 अक्टूबर से कई प्रमुख डेयरी कंपनियों ने दूध की कीमतों में बढ़ोतरी की घोषणा कर दी है। इस वृद्धि का सीधा असर आम परिवारों के बजट पर पड़ने वाला है। अमूल, मदर डेयरी, जयपुर डेयरी और महाराष्ट्र की गोकुल डेयरी जैसी बड़ी कंपनियों ने दूध की कीमतें ₹1 से ₹2 प्रति लीटर तक बढ़ा दी हैं। कंपनियों का कहना है कि उत्पादन लागत में वृद्धि, गर्मी के चलते दूध उत्पादन में कमी और किसानों को उचित मूल्य देने की आवश्यकता के कारण यह कदम उठाना पड़ा है।
त्योहारों के मौसम में दूध और डेयरी उत्पादों की मांग बढ़ जाती है, जिससे बाजार में दूध की आपूर्ति और कीमतों पर दबाव पड़ता है। बढ़ती मांग और घटती आपूर्ति के चलते डेयरी कंपनियों ने किसानों को अधिक दाम देने का निर्णय लिया है, जिसका प्रभाव अब उपभोक्ताओं की जेब पर नजर आ रहा है।
मदर डेयरी ने बढ़ाई कीमतें
दिल्ली-एनसीआर और उत्तर भारत के उपभोक्ताओं के लिए मदर डेयरी ने दूध के सभी वेरिएंट्स की कीमतों में ₹2 प्रति लीटर की बढ़ोतरी की है। अब फुल क्रीम दूध ₹69 प्रति लीटर, टोंड दूध ₹57 प्रति लीटर, डबल टोंड दूध ₹51 प्रति लीटर, और गाय का दूध ₹59 प्रति लीटर की दर से मिलेगा। यह नई दरें दिल्ली, उत्तर प्रदेश, हरियाणा और उत्तराखंड जैसे राज्यों में लागू हो चुकी हैं। कंपनी का कहना है कि पिछले कुछ महीनों में दूध की खरीद लागत लगातार बढ़ रही थी, इसलिए यह समायोजन आवश्यक था।
अमूल ने भी बढ़ाई कीमतें
देश की सबसे बड़ी डेयरी कंपनी अमूल ने भी अपने प्रमुख दूध उत्पादों की कीमतों में ₹2 प्रति लीटर की वृद्धि की है। अब अमूल गोल्ड ₹67 प्रति लीटर, अमूल स्टैंडर्ड ₹61 प्रति लीटर, और स्लिम एंड ट्रिम दूध ₹25 प्रति 500 मिलीलीटर की दर से उपलब्ध है। गुजरात कोऑपरेटिव मिल्क मार्केटिंग फेडरेशन (GCMMF) के अनुसार, यह बढ़ोतरी औसतन 3-4 प्रतिशत है, जो सामान्य खाद्य महंगाई की दर से कम है। संगठन का कहना है कि इससे डेयरी किसानों को उचित मुआवजा मिल सकेगा और उत्पादन लागत का दबाव कम होगा।
जयपुर डेयरी और किसानों के लिए राहत
राजस्थान में जयपुर डेयरी ने भी दूध की कीमत में ₹1.5 प्रति लीटर की वृद्धि की है। इसके साथ ही राज्य सरकार ने किसानों के लिए मुख्यमंत्री दुग्ध उत्पादक समर्थन योजना के तहत ₹5 प्रति लीटर की अतिरिक्त सहायता देने की घोषणा की है। इससे किसानों की आमदनी में सुधार होगा और उन्हें त्योहारों से पहले आर्थिक मजबूती मिलेगी। जयपुर डेयरी का कहना है कि यह निर्णय उत्पादन लागत में वृद्धि और पशुपालकों को प्रोत्साहित करने के उद्देश्य से लिया गया है।
दूध के दाम क्यों बढ़े?
दूध के दामों में वृद्धि के पीछे कई प्रमुख कारण हैं। गर्मी और लू की वजह से पशुओं की दूध उत्पादन क्षमता प्रभावित हुई है। इसके साथ ही पशु आहार, बिजली, पानी, और परिवहन जैसी उत्पादन लागत में भी लगातार बढ़ोतरी हो रही है। मदर डेयरी के अधिकारियों के मुताबिक, बीते कुछ महीनों में दूध की खरीद लागत ₹4 से ₹5 प्रति लीटर तक बढ़ चुकी है। यदि कीमतें नहीं बढ़ाई जातीं, तो किसानों को नुकसान उठाना पड़ता और उत्पादन घट सकता था।
सरकार दूध की कीमतों पर सीधा नियंत्रण नहीं रखती, लेकिन वह किसानों को सहायता देने के लिए कई योजनाएँ चलाती है। राजस्थान जैसी योजनाओं का उद्देश्य डेयरी उत्पादकों की आमदनी बढ़ाना और ग्रामीण अर्थव्यवस्था को सशक्त बनाना है।
